इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के 'यूरोप में इस्लाम के लिए जगह नहीं' कहने पर दुनियाभर के लोग अलग-अलग राय रख रहे हैं। जॉर्जिया का ये बयान हालांकि पुराना है लेकिन एक बार फिर से ये चर्चा में आ गया है। पाकिस्तान में खासतौर से कई लोगों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। वहीं पाकिस्तान के एक सीनियर वकील और राजनीतिक विशेषज्ञ बैरिस्टर हामिद बशानी ने मेलोनी के बयान का ना सिर्फ समर्थन किया है बल्कि ये भी बताया है कि क्यों उनकी बात को खारिज नहीं किया जा सकता है।
आप किसी देश में गैरकानूनी तरीके से जाते ही क्यों हैं?
बैरिस्टर बशानी ने कहा, बड़ी संख्या में लोग यूरोप में बिना कागजात के पहुंचते हैं, पहले आप जाते हैं फिर वहां पैर जमाकर अड्डे बनाने लगते हैं। वो लोग आपको सभी हक देते हैं लेकिन बिना इजाजत जाने को किसी देश में हम एक हमला ही कह सकते हैं। आखिर क्यों आप किसी देश में गलत तरीके से जाते हैं। ये भी सच है कि हमारे लोग वेस्ट के कानून ना तो जानते हैं और ना वह उनको जानना चाहते हैं।
बैरिस्टर बशानी ने कहा, लोग यूरोप में वहां बड़ी-बड़ी मस्जिदें बनती हैं और अपनी दूसरी संस्थाएं चलाते हैं। अक्सर ये बिना इजाजत के तैयार कर ली जाती हैं। उन पर कोई एक्शन होता है तो कहते हैं कि इस्लाम पर हमला है। ऐसे में फिर कोई कहेगा कि यहां इस्लाम की जगह नहीं है तो क्या ही गलत कहता है। जबरन किसी देश में जाकर बस जाएंगे तो इस तरह से बयान आएंगे। इटली की पीएम ने कोई बहुत गलत तो नहीं कहा |
Comments (0)