लंदन: केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने लंदन में इंपीरियल कॉलेज (Imperial College) का दौरा किया। इस दौरान इंपीरियल कॉलेज ने घोषणा की कि वह भारतीय मास्टर्स छात्रों के लिए एक नया छात्रवृत्ति कार्यक्रम 'फ्यूचर लीडर्स स्कॉलरशिप' शुरू कर रहा है।
30 छात्रों को प्रदान की जाएगी
इस कार्यक्रम के तहत अगले तीन वर्षों में 30 छात्रों को स्कॉलरशिप (Imperial College) प्रदान की जाएगी, जिसमें आधी स्कॉलरशिप महिला स्कॉलर्स के लिए आरक्षित होगी।
जितेंद्र सिंह ने जाहिर की खुशी
जितेंद्र सिंह ने कहा, ''मुझे बहुत खुशी है कि इस प्रतिष्ठित कालेज में हमारे छात्रों की अच्छी खासी संख्या है। पिछले 8-9 वर्षों में प्रधानमंत्री कुछ बेहतरीन निर्णय लिए हैं, जिससे छात्र बहुत उत्साहित हैं।''
इतनी मिलेगी स्कॉलरशिप
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि आज मुझे गर्व है कि कॉलेज ने भारतीय छात्रों के लिए 400,000 पाउंड की छात्रवृत्ति की घोषणा की। यह छात्रवृत्ति भारतीय छात्राओं के लिए भी है।
जानें इंपीरियल कॉलेज से जुड़ी ये जानकारी
इंपीरियल कॉलेज लंदन आधिकारिक तौर पर इंपीरियल कॉलेज ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड मेडिसिन लंदन, के नाम से जाना जाता है और यह यूनाइटेड किंगडम में स्थित एक सार्वजनिक शोध विश्वविद्यालय है। इसके संस्थापक, प्रिंस अल्बर्ट ने विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय, प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय, रॉयल अल्बर्ट हॉल और इंपीरियल संस्थान से बना एक सांस्कृतिक क्षेत्र की कल्पना की। उनकी पत्नी, रानी विक्टोरिया ने 1888 में इंपीरियल इंस्टीट्यूट के लिए आधारशिला रखी।
1907 में, इम्पीरियल कॉलेज कॉलेज लंदन विश्वविद्यालय में शामिल हो गया। 1988 में, इंपीरियल कॉलेज स्कूल ऑफ मेडिसिन का गठन सेंट मैरी अस्पताल मेडिकल स्कूल के साथ विलय के माध्यम से किया गया था, और फिर 1997 में चेरींग क्रॉस और वेस्टमिंस्टर मेडिकल स्कूल और रॉयल पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल स्कूल के साथ विलय किया गया था। 2004 में, क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने इंपीरियल कॉलेज बिजनेस स्कूल खोला।
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