पाकिस्तान ने गुरुवार को बताया कि उनके विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) अगले महीने भारत जाएंगे। वह गोवा में आयोजित होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में भाग लेने के लिए आ रहे हैं। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज बलूच ने एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि बिलावल भुट्टो जरदारी 4-5 मई को गोवा में होने वाली SCO काउंसिल ऑफ फॉरेन मिनिस्टर्स (CFM) में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
2014 के बाद पहला भारत दौरा
जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) की भारत यात्रा 2014 में नवाज शरीफ के बाद किसी पाकिस्तानी नेता की पहली भारत यात्रा होगी। फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में नई दिल्ली द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध गंभीर रूप से तनावपूर्ण हो गए थे। भारत द्वारा अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर की विशेष शक्तियों को वापस लेने और राज्य को केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद से संबंध और बिगड़ गए थे।
कौन हैं Bilawal Bhutto Zardari ?
बिलावल के SCO मीटिंग में हिस्सा लेने की अटकलें पाकिस्तानी मीडिया में भी लगाई जा रही थीं। बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के सबसे युवा मंत्रियों में से एक हैं। उनकी उम्र 34 साल है। वह पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे हैं। बिलावल का जन्म 21 सितंबर 1988 में पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई विदेश से पूरी की। 27 अप्रैल 2022 को बिलावल मुल्क के 37वें विदेश मंत्री नियुक्त किए गए। वो जिस पार्टी में हैं, उसे 'पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी' कहते हैं।
भारत को लेकर अक्सर विवादित बयान देते हैं भुट्टो
बिलावल भुट्टो पाकिस्तानी राजनीति में अपनी 'भारत विरोधी' बयानबाजी के चलते सुर्खियों में रहे हैं। वह सालों से कश्मीर को लेकर तीखी टिप्पणियां करते रहे हैं। यूनाईटेड नेशंस में उन्होंने बार-बार कश्मीर राग अलापा। हालांकि, वहां भारतीय प्रतिनिधि ने हर बार उन्हें उचित भाषा में जवाब दिया है।
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