आज 17 अप्रैल को एक बजे से राजद के प्रदेश कार्यालय में महागठबंधन की एक जरुरी बैठक होनी है। इस बैठक में उन मुद्दों पर चर्चा होगी, जिन पर मंगलवार को नई दिल्ली में चर्चा हो चुकी है। इसके अलावा चुनावी रणनीति से जुड़े कुछ मुद्दों पर भी सहमति बनेगी, जिन पर बाद में राजद और कांग्रेस आलाकमान की सहमति ली जाएगी।
नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव की वार्ता सकारात्मक रही है। मुख्यमंत्री के पद पर संशय के बावजूद कांग्रेस ने भी स्पष्ट कर दिया है कि विधानसभा तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
चुनावी रणनीति पर चर्चा
ऐसे में पटना की बैठक के एजेंडा में चुनावी रणनीति है। एक सुर के लिए उन मुद्दों पर सहमति बनाई जाएगी, जिनसे सभी घटक दलों की संभावना जुड़ी है। इसके अलावा घटक दल अपनी संभावना और अपेक्षा वाली सीटों के संदर्भ में भी चर्चा करेंगे।
महागठबंधन की बैठक में सभी छह घटक दलों के राज्य-स्तरीय नेताओं की उपस्थिति की संभावना है। राजद की ओर से तेजस्वी यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, मनोज झा और संजय यादव शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारु, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार और विधानसभा में पार्टी नेता डॉ. शकील अहमद भी बैठक में उपस्थित रहेंगे।
तीनों वाम दलों (भाकपा, माकपा, माले) के प्रदेश सचिव और वरीय नेता भी विचार-विमर्श करेंगे। विकासशील इंसान पार्टी के संरक्षक मुकेश सहनी की उपस्थिति तय है, जबकि रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति पारस के प्रतिनिधित्व की संभावना व्यक्त की जा रही है। यह बैठक महागठबंधन के छह घटक दलों (राजद, कांग्रेस, वीआइपी, भाकपा, माकपा, माले) के बीच सामूहिक रणनीति तय करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
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