एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि भारत का आतंकवाद को युद्ध की तरह लेने के नए नजरिए ने नौसेना के काम करने के तरीके को बदल दिया है। यह बदलाव पाकिस्तान के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद आया है। एडमिरल त्रिपाठी ने एक कार्यक्रम में कहा कि हमें इस नई स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। हमें इन आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा।
नेवी चीफ ने बताई ऑपरेशन सिंदूर की सिक्रेट बातें
पिछले महीने, भारत के 35 से ज्यादा युद्धपोत और पनडुब्बियां, जिनमें INS विक्रांत और उसके MiG-29K लड़ाकू विमान शामिल थे, उत्तरी अरब सागर में पाकिस्तान के खिलाफ तैनात किए गए थे। इसका मकसद पाकिस्तान को डराना था। एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि हमारे जहाज, पनडुब्बियां और विमान पूरी तरह से तैयार थे। वे हमारी ताकत दिखा रहे थे ताकि पाकिस्तान कोई हरकत न करे। उन्होंने आगे कहा कि हमारी इस तेज़ी से की गई कार्रवाई ने यह दिखा दिया कि हम कितने ताकतवर हैं। इससे पाकिस्तान को तुरंत युद्धविराम की गुहार लगानी पड़ी। मैं कहूंगा कि यह बिल्कुल सही समय पर हुआ।
भारत के लिए नौसेना अब और भी महत्वपूर्ण
भारत के लिए नौसेना की भूमिका अब और भी महत्वपूर्ण हो गई है। दुनिया में सुरक्षा को लेकर तेजी से बदलाव हो रहे हैं। एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, "दुनिया भर में चल रहे संघर्षों और भू-राजनीतिक बदलावों के कारण हमारे काम की संख्या, विविधता और जटिलता बढ़ गई है।
भारतीय नौसेना अब पहले से कहीं ज़्यादा ताकतवर है और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। वे नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं और अपनी ताकत को लगातार बढ़ा रहे हैं ताकि देश को सुरक्षित रखा जा सके।
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