भारतीय राजनीति के प्रमुख नेता और लेखक शशि थरूर ने हाल ही में सितारे ज़मीन पर को लेकर अपनी भावनाएँ साझा कीं। उन्होंने फिल्म को एक अत्यंत भावनात्मक और दिल को छूने वाली फिल्म करार दिया, जिसे देखने के बाद हर दर्शक पर गहरी छाप छोड़ती है।
यह फिल्म 2007 में रिलीज़ हुई थी और इसका निर्देशन आमिर खान ने किया था। फिल्म की कहानी एक छोटे लड़के, इशान अवस्थी (दिब्या), पर आधारित है, जो डिस्लेक्सिया जैसी मानसिक स्थिति से जूझता है, जिससे उसे पढ़ाई में मुश्किलें आती हैं। शशि थरूर ने फिल्म की संवेदनशीलता और इसका प्रभावी संदेश सराहा, जो समाज में बच्चों की शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने में सहायक साबित हुआ है।
शशि थरूर ने कहा, "यह फिल्म न केवल बच्चों की मानसिक स्थिति को समझने की आवश्यकता को रेखांकित करती है, बल्कि यह यह भी दिखाती है कि समाज में ऐसे बच्चों के लिए सहानुभूति और समर्थन कितना महत्वपूर्ण है। 'सितारे ज़मीन पर' एक भावनात्मक यात्रा है, जो दिल को छूने वाली है।
आमिर खान की यह फिल्म आज भी दर्शकों और आलोचकों दोनों के बीच चर्चित है, और इसके प्रभाव के चलते भारतीय सिनेमा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। फिल्म ने न केवल शिक्षा प्रणाली की खामियों को उजागर किया, बल्कि यह भी बताया कि हर बच्चे का सीखने का तरीका अलग होता है। फिल्म का संदेश साफ है—"हर बच्चा खास होता है"—और यह संदेश आज भी समाज में बच्चों के लिए एक सशक्त शिक्षा प्रणाली की जरूरत को दर्शाता है।
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