प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 15 अगस्त को लाल किले से अपना 12वां स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया, जो लगातार संबोधनों के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (11) से अधिक है। अपने संबोधन में उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाने को ‘एक राष्ट्र, एक संविधान’ के मंत्र की ऐतिहासिक स्थापना बताते हुए कहा कि यह देश के संविधान के लिए बलिदान देने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। पीएम मोदी ने डॉ. मुखर्जी की 125वीं जयंती का उल्लेख करते हुए कहा, “वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने संविधान के लिए अपने प्राण दिए। आज मैं लाल किले से लघु भारत देख रहा हूं दूरदराज गांवों के पंचायत सदस्य, ‘ड्रोन दीदी’, ‘लखपति दीदी’, खेल जगत के प्रतिनिधि और विभिन्न क्षेत्रों में देश को योगदान देने वाले लोग यहां मौजूद हैं। तकनीक के जरिए आज लाल किला पूरे भारत से जुड़ा है।”
उन्होंने कहा कि आज 140 करोड़ भारतीय तिरंगे के रंग में रंगे हैं। चाहे रेगिस्तान हों, हिमालय की चोटियां, समुद्र किनारे के इलाके या घनी आबादी वाले शहर हर जगह देशभक्ति के गीत और नारे गूंज रहे हैं। इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को भी विशेष रूप से मनाया जा रहा है। लाल किले पर करीब 5,000 विशेष अतिथि मौजूद हैं, जिनमें स्पेशल ओलंपिक्स 2025 के भारतीय दल, अंतरराष्ट्रीय खेल विजेता, खेलो इंडिया पैरा गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट और राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन के तहत प्रशिक्षित एवं सशक्त किसान शामिल हैं।
देशभर में पहली बार स्वतंत्रता दिवस की शाम को देशभक्ति के जोश को बढ़ाने के लिए बैंड प्रदर्शन आयोजित किए जा रहें हैं । इनमें सेना, नौसेना, वायु सेना, कोस्ट गार्ड, एनसीसी, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, बीएसएफ, आईडीएस, आरपीएफ और असम राइफल्स के बैंड 140 से अधिक प्रमुख स्थानों पर प्रस्तुति देंगे।
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