प्रदेश की राजधानी और भारत के बीचो बीच स्थित शहर भोपाल में इसी माह शुक्रवार 14 नवंबर 2025 से लेकर 17 नवंबर 2025 के बीच विश्व के दूसरे सबसे बड़े सालाना आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन होने जा रहा है। शहर के ईंटखेड़ी इलाके में स्थित करीब 110 एकड़ के मैदान में पंडाल लगाया जा रहा है। इसमें देश-दुनिया की करीब 35 हजार से अधिक जमातें शामिल होंगी। आयोजन समिति के अनुसार, ये मुस्लिम धर्म का विश्व में दूसरा सबसे बड़ा सालाना आयोजन है।
शुक्रवार 14 नंवबर 2025 से शुरु होकर सोमवार 17 नवंबर 2025 यानी चार दिनों तक चलने वाले आलमी तब्लीगी इज्तिमा में एक साथ लगभग 15 लाख से अधिक लोग एक पंडाल में इकट्ठे होंगे। हर बार की तरह इस बार भी इज्तिमा आयोजन की तैयारी ग्रीन और क्लीन के थीम पर हो रही है। भारत में इज्तिमा की शुरुआत 1947 में भोपाल शहर से ही हुई थी।
4 दिवसीय वैश्विक समागम
आमतौर पर हर साल होना वाला आलमी तब्लीगी इज्तेमा शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार को आयोजित होता है। इस वैश्विक आयोजन में दुनियाभर से लोग जमातें बनाकर (इकट्ठे) होकर शामिल होने आते हैं। शुक्रवार की सुबह फज्र की नमाज़ के साथ इस आलमी समागम की शुरूआत होती है, जिसमें एक के बाद एक मुस्लिम विद्वानों और मौलवियों के व्याख्यानों की श्रृंखला होती है। ज़ुहर की नमाज़ के बाद एक विराम होता है। कार्यक्रम चार दिनों तक इसी तरह चलता है। सोमवार की दोपहर को अंतिम प्रार्थना के साथ इज्तेमा का समापन हो जाता है।
15 लाख लोगों के इज्तेमा में आने की संभावना
विद्वान इस्लामी जीवन शैली और 5 सिद्धांतों समेत विभिन्न विषयों पर व्याख्यान देते हैं। अंतिम प्रार्थना के बाद यहीं से जमातें बनाकर मुस्लिमों को धर्म के अर्थ समझाने के लिए दुनियाभर में भेजा जाता है। इस बार करीब 15 लाख लोगों के इज्तेमा में शिरकत करने का अनुमान है।