मध्यप्रदेश पुलिस के प्रशिक्षण केंद्रों में अब रंगरूटों को भगवद गीता का पाठ कराया जाएगा। एडीजी (ट्रेनिंग) राजा बाबू सिंह ने राज्य के सभी आठ पुलिस ट्रेनिंग स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि नए आरक्षकों के लिए नियमित ‘गीता पाठ सत्र’ शुरू किए जाएं।
एडीजी सिंह ने यह आदेश 3 नवंबर को जारी किया है। वर्तमान में राज्यभर के ट्रेनिंग सेंटर्स में लगभग 4,000 युवक और युवतियां नौ महीने की पुलिस ट्रेनिंग ले रहे हैं। अब इन प्रशिक्षण सत्रों में शारीरिक और व्यावहारिक शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक और नैतिक शिक्षा पर भी जोर दिया जाएगा।
राजा बाबू सिंह ने अपने आदेश में कहा कि इसका नियमित अध्ययन हमारे ट्रेनी पुलिसकर्मियों को एक नेक, अनुशासित और संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा देगा। उन्होंने आगे कहा कि गीता के उपदेश न केवल जीवन में संतुलन लाते हैं, बल्कि ड्यूटी के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मानसिक शक्ति भी प्रदान करते हैं।
पहले दिया था रामचरितमानस पाठ का निर्देश
इससे पहले, जुलाई 2025 में पुलिस ट्रेनिंग विंग ने नए आरक्षकों के लिए रामचरितमानस पाठ शुरू करने के निर्देश दिए थे।