


रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस साल भारत के दौरे पर आने वाले हैं। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से पुतिन भारत नहीं आए हैं। उनके खिलाफ आईसीसी का अरेस्ट वारंट भी जारी है। पुतिन के भारत आने से पहले ही भारत और रूस के रिश्तों को लेकर हलचल तेज हो गई है। एक तरफ रूस ने भारत को सुखोई-57 स्टील्थ फाइटर जेट समेत कई हथियारों का ऑफर दिया है, वहीं अमेरिका में भी भारत के खिलाफ बड़े ऐक्शन की तैयारी तेज हो गई है। ट्रंप के करीबी अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने एक विधेयक पेश किया है जिसमें भारत और चीन पर रूस का समर्थन करने के लिए 500 फीसदी टैक्स लगाने की बात कही गई है। इस विधेयक को लेकर अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत को रूसी तेल को लेकर धमकाने की कोशिश की है। ट्रंप ने कहा कि मैं इस 500 प्रतिशत टैरिफ पर पूरी गंभीरता के साथ विचार कर रहा हूं।
अमेरिका में 500 प्रतिशत का टैक्स लगाने के प्रस्ताव से भारत के लिए राजनयिक रूप से असहज स्थिति पैदा हो गई है। लिंडसे ग्राहम चाहते हैं कि अमेरिका भारत और चीन से होने वाले सामानों के आयात पर 500 फीसदी का टैक्स लगाए। ग्राहम टैरिफ को भारत और चीन के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं ताकि उन्हें रूस से दूर किया जा सके। ग्राहम का दावा है कि उन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और 84 अन्य लोगों का समर्थन हासिल है। अगर यह विधेयक पारित होता है तो इससे अमेरिका और भारत के बीच रिश्ते एक बार फिर से तनावपूर्ण हो जाएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह बिल फेल भी होता है तो भी जब पुतिन भारत आएंगे तो इसकी चर्चा फिर से तेज हो जाएगी।