लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तरप्रदेश की अमेठी और रायबरेली सीट को लेकर सस्पेंस कायम है। भाजपा ने अमेठी से मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी का एलान नहीं कर सकी है।
वहीं रायबरेली में कांग्रेस असमंजस में है और भाजपा वेट एंड वॉच की रणनीति अपनाए बैठी है। ताजा खबर यह है कि दोनों वीपीआई सीटों को लेकर कांग्रेस अभी और इंतजार करेगी।
कब खत्म होगा अमेठी और रायबरेली का सस्पेंस
कांग्रेस ने तय किया है कि वह पहले राहुल गांधी की वायनाड सीट पर वोटिंग का इंतजार करेगी। वायनाड में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। इसके बाद ही पार्टी अमेठी और रायबरेली को लेकर अपने पत्ते खोलेगी।
बता दें, अमेठी-रायबरेली में चुनाव पांचवे चरण में 20 मई को होना है और इसके लिए नामांकन 27 अप्रैल से शुरू होंगे। ऐसे में 26 अप्रैल को वायनाड में वोटिंग के बाद इन दोनों सीटों से गांधी परिवार की उम्मीदवारी का असमंजस खत्म हो सकता है।
राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा की उम्मीदवारी की प्रबल संभावना
कांग्रेस का कोई नेता खुलकर नहीं बोल रहा है, लेकिन पार्टी के पास अमेठी और रायबरेली से राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को उम्मीदवार बनाने का विकल्प खुला है। दोनों सीटों के कांग्रेस कार्यकर्ता भी यही चाहते हैं। सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद से यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि रायबरेली से गांधी परिवार को कौन-सा सदस्य चुनावी मैदान में उतरेगा।
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