नए साल के मौके पर लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं भेजते हैं। इसी समय साइबर अपराधी फर्जी New Year greetings के नाम पर WhatsApp पर मैसेज भेजकर लोगों को फंसा रहे हैं। इन मैसेज के साथ एक लिंक या फाइल होती है, जिसे डाउनलोड करने पर फोन में खतरनाक मालवेयर इंस्टॉल हो जाता है।
कैसे काम करता है यह WhatsApp स्कैम?
स्कैमर Happy New Year का मैसेज भेजता है और साथ में APK फाइल या लिंक देता है। लोग इसे ग्रीटिंग कार्ड समझकर इंस्टॉल कर लेते हैं। इंस्टॉल होते ही यह मालवेयर फोन का कंट्रोल अपने हाथ में ले लेता है, आपका डेटा चुरा सकता है और बैंक अकाउंट तक पहुंच बना सकता है।
फोन में क्या होते हैं खतरे के संकेत?
ऐप्स अपने आप खुलने लगते हैं, कॉन्टैक्ट्स एक्सेस हो जाते हैं और कई मामलों में UPI या बैंक से अनधिकृत लेनदेन भी हो जाता है। यह मालवेयर बैकग्राउंड में चुपचाप काम करते हुए आपकी जासूसी करता है।
APK फाइल क्यों है खतरनाक?
APK (Android Package Kit) एंड्रॉयड ऐप इंस्टॉल करने की फाइल होती है। Google Play Store के बाहर से आई APK फाइल सुरक्षित नहीं होती और इसमें स्पायवेयर या हैकिंग टूल्स छिपे हो सकते हैं।
पुलिस और साइबर एक्सपर्ट्स की चेतावनी
हैदराबाद पुलिस और साइबर विशेषज्ञों ने लोगों को खासतौर पर त्योहारों के दौरान ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी है। अनजान नंबर से आए किसी भी लिंक या APK फाइल को कभी इंस्टॉल न करें।
सुरक्षित रहने के उपाय-अनिवार्य जागरूकता
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि अनजान नंबर से आई किसी भी फाइल या लिंक को खोलने से बचना चाहिए और केवल भरोसेमंद प्लेटफॉर्म, जैसे Google Play Store से ही ऐप्स डाउनलोड करने चाहिए। साथ ही बैंक और UPI से जुड़े अलर्ट हमेशा सक्रिय रखें, ताकि किसी भी संदिग्ध ट्रांजैक्शन की तुरंत जानकारी मिल सके। यदि फोन में असामान्य गतिविधि दिखे या वित्तीय नुकसान का संदेह हो तो तुरंत बैंक और नजदीकी साइबर सेल से संपर्क करना चाहिए। याद रखें—सावधानी ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है, इसलिए त्योहार की खुशी में लापरवाही न करें।
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