


भारतीय सेना यह सुनिश्चित करने के लिए एक सख्त नियम बना रही है कि देश में बनने वाले ड्रोन में चीन के पार्ट्स न हों। यह नियम कुछ महीनों में लागू हो जाएगा। सेना ऐसा इसलिए कर रही है ताकि हमारी सुरक्षा में कोई कमी न रहे। दरअसल, पिछले कुछ सालों में चीन के साथ सीमा पर तनाव बढ़ा है। ऐसे में सेना बड़ी संख्या में ड्रोन खरीद रही है। सेना चाहती है कि ये ड्रोन पूरी तरह से सुरक्षित हों। इसलिए यह नियम बनाया जा रहा है।
सेना के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि यह नियम लगभग तैयार है और मंजूरी के लिए भेजा गया है। जैसे ही मंजूरी मिलती है, हम पूरी तरह से जांच करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे उपकरण में कोई सुरक्षा की समस्या नहीं है। इसका मतलब है कि नियम बनने के बाद, ड्रोन की अच्छी तरह से जांच की जाएगी। ताकि यह पता चल सके कि उनमें कोई खराबी तो नहीं है।
नया नियम यह सुनिश्चित करेगा कि जो भी कंपनियां भारत में ड्रोन बना रही हैं, वे उनमें चीन के पार्ट्स का इस्तेमाल न करें। इसके लिए तकनीकी जांच की जाएगी। मतलब, ड्रोन के हर हिस्से को बारीकी से देखा जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि ड्रोन में जो सॉफ्टवेयर इस्तेमाल हो रहा है, वह सुरक्षित है या नहीं। यह नियम अगले कुछ महीनों में लागू हो जाएगा। इससे भारतीय सेना के ड्रोन और भी सुरक्षित हो जाएंगे। और देश की सुरक्षा भी मजबूत होगी।