


मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी जिलों में भारी बारिश के चलते हालात बिगड़ने लगे हैं। ग्वालियर-चंबल संभाग के श्योपुर और शिवपुरी जिलों में 36 गांव मुख्यालयों से पूरी तरह कट गए हैं, वहीं 70 गांवों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
श्योपुर के बनीपुरा गांव में क्वारी नदी का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों को गांव खाली कर अन्यत्र शिफ्ट करना पड़ा है। विंध्य और महाकोशल क्षेत्रों के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई पुलों पर पानी बह रहा है, पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई हैं और सड़कों का संपर्क टूट गया है। लगभग एक दर्जन सड़कों पर यातायात रोकना पड़ा है।
विंध्य-महाकौशल में तेज बारिश
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक कई जिलों में मूसलधार बारिश दर्ज की गई है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। विंध्य और महाकौशल के सिवनी, मंडला, डिंडौरी, कटनी, नरसिंहपुर, सीधी, शहडोल, अनुपपुर और उमरिया जिलों में भारी बारिश हुई है। डिंडौरी के करंजिया जनपद में ग्राम माधोपुर के पास जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे पर आवागमन बाधित हो गया है।
मंडला, जबलपुर, शिवपुरी व श्योपुर में फिर अतिवृष्टि की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार प्रभावी मानसूनी प्रणालियों के चलते प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश हो रही है। रविवार और सोमवार को भी रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर और ग्वालियर संभाग के जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
इस दौरान कटनी, मंडला, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, दमोह, मैहर, शिवपुरी और श्योपुरकलां में अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।