नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने UPI ऐप्स पर मार्केट शेयर कैप लागू करने की समय सीमा दो साल के लिए बढ़ाकर दिसंबर 2026 कर दी है। इस निर्णय से PhonePe और Google Pay को राहत मिलेगी, जो भारतीय UPI इकोसिस्टम में अग्रणी हैं।
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस ऐप्स पर मार्केट शेयर कैप लागू करने की समय सीमा दो साल के लिए बढ़ा दी है। अब यह सीमा दिसंबर 2026 तक लागू नहीं होगी। यह फैसला प्रमुख UPI प्लेटफॉर्म्स जैसे PhonePe और Google Pay के लिए राहत लेकर आया है, जो भारतीय UPI इकोसिस्टम में अग्रणी स्थान पर हैं।
क्या है मार्केट शेयर कैप?
मार्केट शेयर कैप का प्रस्ताव 2020 में दिया गया था, जिसका उद्देश्य किसी भी UPI पेमेंट ऐप को 30% से अधिक बाजार हिस्सेदारी रखने से रोकना था। इसका उद्देश्य कॉम्पीटीशन को बढ़ावा देना और मोनोपोली को रोकना था। हालांकि, वर्तमान में PhonePe का बाजार हिस्सा 47.8% है, जबकि Google Pay का 37% है। इस समय कैप लागू करने से इन प्लेटफॉर्म्स की सेवाओं में बाधा उत्पन्न हो सकती थी, जो लाखों यूजर्स को सेवा प्रदान करते हैं।
समय सीमा बढ़ाने का उद्देश्य
NPCI ने समय सीमा बढ़ाकर बाजार में कॉम्पीटीशन और नवाचार को संतुलित करने की कोशिश की है। इससे उभरते हुए फिनटेक प्लेटफॉर्म्स को अपने व्यवसाय को मजबूत करने के लिए अधिक समय मिलेगा।
UPI की बढ़ती लोकप्रियता
UPI ने 2024 में 46% की तेज़ वृद्धि दर्ज की, जहां लेनदेन की संख्या 172 बिलियन तक पहुंच गई, जो 2023 में 118 बिलियन थी। यह वृद्धि भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में UPI की अहम भूमिका को दर्शाती है और यह दिखाती है कि संतुलित नियामकीय बदलाव की कितनी आवश्यकता है।
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