मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सावन माह के दूसरे दिन उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए। सीएम अपनी पत्नी सीमा यादव के साथ बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे, जहां उन्होंने गर्भगृह में प्रवेश कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस दौरान वे भस्म आरती में शामिल हुए और बाबा महाकाल का जलाभिषेक कर आरती उतारी। पूजन के बाद सीएम ने नंदी हॉल में ध्यान लगाया और प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की।
मध्यप्रदेश निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है
उन्होंने कहा कि “बाबा महाकाल की असीम कृपा से ही मध्यप्रदेश निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है। मैं बाबा से प्रार्थना करता हूं कि हमारा प्रदेश आत्मनिर्भरता, रोजगार, शिक्षा और आध्यात्म के मार्ग पर सतत आगे बढ़ता रहे। सीएम यादव ने यह भी कहा कि सावन महाकाल की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम समय होता है, और इस पवित्र माह में किया गया संकल्प निश्चित ही जनकल्याण में परिणत होता है।
सीएम ने आध्यात्मिक एकता का संदेश भी दिया
मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी ,मंदिर समिति के पदाधिकारियों, पुजारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी दर्शन में भाग लिया। भस्मारती के बाद उन्होंने गर्भगृह में विशेष पूजा की और महाकाल की नगरी उज्जैन से प्रदेश की भावनात्मक और आध्यात्मिक एकता का संदेश भी दिया।
उज्जैन, भारत का प्राचीनतम नगरों में से एक है और यहां का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मुख्यमंत्री की यह यात्रा सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि प्रदेशवासियों से जुड़ी आध्यात्मिक भावना को सम्मान देने का प्रतीक है।
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