आतंकवाद के खिलाफ भारत की जंग में इंडोनेशिया ने एक बार फिर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले इस देश ने ISIS से जुड़े दो संदिग्ध आतंकियों को भारत को सौंपकर वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता जताई है। ये दोनों आतंकी, अब्दुल्ला फयाज और तालहा खान, महाराष्ट्र में ISIS के स्लीपर सेल के सदस्य बताए जा रहे हैं। जकार्ता से मुंबई पहुंचते ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह कदम अप्रैल में कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहलाने वाले आतंकी हमले के बाद भारत के लिए बड़ा सहारा बन सकता है, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी।
इंडोनेशिया से पकड़े गए आतंकी कौन?
अब्दुल्ला फयाज शेख उर्फ डायपरवाला और तालहा खान उर्फ तल्हा लियाकत खान दो संदिग्ध आतंकी हैं। एनआईए ने रविवार को दोनों को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया। इन आतंकियों के तार महाराष्ट्रमें ISIS के स्लीपर सेल मॉड्यूल से जुड़े हैं। 2023 के पुणे IED ब्लास्ट मामले में ये दोनों वांछित थे। अब्दुल्ला पर 3 लाख रुपये का इनाम था। तल्हा लियाकत खान पर भी पुणे में IED बनाने और आतंकी हमलों की साजिश रचने का आरोप है। उस पर भी 3 लाख रुपये का इनाम घोषित था। दोनों आतंकियों पर UAPA और अन्य आतंकवाद-रोधी कानूनों के तहत मामला दर्ज है। वे अन्य आरोपियों के साथ मिलकर कट्टरपंथी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे।
इंडोनेशिया का भारत के प्रति समर्थन
इंडोनेशिया हमेशा से कश्मीर मुद्दे पर भारत के साथ खड़ा रहा है। इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) में भी उसने भारत का समर्थन किया है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने जनवरी में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत की थी और पाकिस्तान की अपनी यात्रा रद्द कर नई दिल्ली में ज्यादा समय बिताया था।उनकी यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते भरोसे का सबूत थी। सुबियांतो ने जकार्ता में भारतीय राजदूत से मुलाकात के दौरान पहलगाम हमले पर गहरा दुख जताया और कहा कि यह हमला इंडोनेशिया में माने जाने वाले इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है।
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