प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत की "रिफॉर्म एक्सप्रेस" का मुख्य इंजन देश की जनसंख्या, युवा शक्ति और नागरिकों का अदम्य साहस है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर 2025 में हुए सुधारों और उनकी अहमियत पर विस्तार से पोस्ट किया।
2025 का वर्ष: सुधारों और विकास का साल
पीएम मोदी ने लिखा कि 2025 को भारत के लिए एक ऐसे वर्ष के रूप में याद किया जाएगा, जब सरकार ने पिछले 11 वर्षों में हासिल की गई उपलब्धियों के आधार पर निरंतर सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया। इस दौरान संस्थानों का आधुनिकीकरण, शासन व्यवस्था का सरलिकरण और दीर्घकालिक, समावेशी विकास की नींव मजबूत करने पर जोर दिया गया। सुधारों का उद्देश्य नागरिकों को गरिमापूर्ण जीवन, उद्यमियों को नवाचार करने की स्वतंत्रता और संस्थानों को भरोसेमंद और पारदर्शी बनाना है।
कर सुधार और वित्तीय बदलाव
- जीएसटी 2.0: टैक्स स्लैब को दो स्तर पर सीमित किया गया – 5% और 18%, जिससे MSME, किसानों और श्रम-प्रधान सेक्टर्स पर टैक्स बोझ कम हुआ।
- इनकम टैक्स में बदलाव: 12 लाख रुपए तक आय पर इनकम टैक्स शून्य कर दिया गया। पुराने इनकम टैक्स एक्ट 1961 को 2025 के नए एक्ट से प्रतिस्थापित किया गया।
- छोटी कंपनियों के लिए सीमा: टर्नओवर सीमा 100 करोड़ रुपए निर्धारित की गई, जिससे अनुपालन का बोझ कम हुआ।
- इंश्योरेंस सेक्टर में FDI: अब 100% एफडीआई की अनुमति, जिससे प्रतिस्पर्धा और बेहतर उत्पाद उपलब्ध होंगे।
प्रतिभूति बाजार और संसद के ऐतिहासिक सुधार
- प्रतिभूति बाजार संहिता विधेयक: सेबी में शासन सुधार, निवेशकों की सुरक्षा और अनुपालन आसान बनाए गए।
- समुद्री कानून: मानसून सत्र में पांच महत्वपूर्ण समुद्री कानून पारित किए गए – बिल ऑफ लैडिंग अधिनियम, माल ढुलाई विधेयक, तटीय जहाजरानी विधेयक, व्यापारिक जहाजरानी विधेयक और भारतीय बंदरगाह विधेयक। पुराने कानूनों (1908, 1925, 1958) को प्रतिस्थापित किया गया।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौते
- एफटीए: भारत ने न्यूजीलैंड, ओमान और यूके के साथ मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर हस्ताक्षर किए।
- यूरोपीय मुक्त व्यापार: स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन के यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ के साथ समझौता लागू।
ग्रामीण रोजगार और विकास
विकसित भारत अधिनियम 2025: रोजगार गारंटी 100 दिन से बढ़ाकर 125 दिन की गई। इसका उद्देश्य ग्राम अवसंरचना और आजीविका को मजबूत करना और ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च आय और बेहतर संपत्ति सुनिश्चित करना है।
सुधारों का मूल दर्शन
पीएम मोदी ने बताया कि 2025 के सुधार न केवल उनके व्यापक दायरे में महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उनके विचारधारा में भी नवाचार और सहयोग पर जोर है। नियंत्रण और नियमन की जगह सुविधा और सहयोग को प्राथमिकता दी गई। इन सुधारों का उद्देश्य एक समृद्ध, आत्मनिर्भर और विकसित भारत का निर्माण करना है।
पीएम मोदी का संदेश
पीएम मोदी ने अंत में सभी से आग्रह किया कि वे भारत की विकास यात्रा से जुड़ाव बनाए रखें, भारत पर भरोसा करें और देश के लोगों में निवेश करते रहें।
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