दीवाली आने से पहले ही घर की साज सजावट करने के साथ लोग घर की जरूरत का सामान भी खरीदते हैं। वैसै तो दीवाली से पहले खरीदारी के लिए धनतेरस का दिन ही शुभ माना जाता है। लेकिन इस बार धनतेरस से पहले ही गुरु पुष्य योग बन रहा है। जिसमें खरीदारी करना बहुत ही शुभ फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि इस विशेष योग में खरीदारी करने पर व्यक्ति को पूरे साल लाभ के अवसर प्राप्त होते हैं।
अमृत योग
गुरु पुष्य योग को अमृत योग भी कहा जाता है क्योंकि इस योग में किए गए कार्यों में सफलता और शुभता में वृद्धि होती है। पुष्य नक्षत्र जब गुरुवार के दिन पड़ता है, तब वह गुरु पुष्य योग कहलाता है। पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों को राजा भी कहा जाता है और इस नक्षत्र में किया गया कोई भी शुभ कार्य हमेशा शुभ फलदायी होता है। ज्योतिष के अनुसार पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति और स्वामी शनि हैं। इसलिए पुष्य नक्षत्र शनि प्रधान है, लेकिन इसकी प्रकृति गुरु जैसी होती है।
कब है गुरु पुष्य नक्षत्र?
दिवाली से पहले गुरु पुष्य नक्षत्र कल यानी 24 अक्टूबर को सुबह से शुरू होकर पूरे दिन रहेगा। इस दिन गुरु पुष्य नक्षत्र के अलावा इस दिन महालक्ष्मी, सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, पारिजात, बुधादित्य और पर्वत योग भी बन रहे हैं। ज्योतिष के अनुसार, शुभ योग के प्रभाव से लंबे समय तक धन लाभ, सुख और समृद्धि मिलेगी। इस संयोग में सोना-चांदी, बर्तन, कपड़े, फर्नीचर, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, व्हीकल और प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं।
करें ये उपाय
गुरु पुष्य योग बहुत ही शुभ फलदायी माना जाता है। इस दिन गुड़हल के फूल या तुलसी के पत्ते और उसपर कुमकुम लगाकर और अक्षत छिड़ककर लाल रंग के कपड़े में बांथ लें। इसके बाद उस पोटली को तिजोरी या धन की जगह पर रख दें। मान्यात है कि ऐसा करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।
Comments (0)