अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं आम हैं। अक्सर यहां से गोलीबारी की खबरें आती रहती हैं। लेकिन, शनिवार को जो हुआ उसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पेनसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली में जानलेवा हमला किया गया था। हमले में ट्रंप के दाहिने कान के ऊपरी हिस्से को गोली छूते हुए निकल गई। इस हमले में ट्रंप की जान तो बच गई लेकिन अमेरिका में गन कल्चर को लेकर बहस जरूर तेज हो गई है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, पिछले 50 सालों में 15 लाख से ज्यादा अमेरिकी लोगों की जान इस गन कल्चर ने ली है। आज भी अमेरिका के कई राज्यों में हथियार खरीदना बेहद आसान है।
गन कल्चर है क्या?
बीते कई दशकों से अमेरिका में आम लोगों ने हिंसक वारदातों को अंदाम दिया है। इन हमलों में लगातार लोगों की जान जा रही हैं। इसी को अमेरिका में 'गन कल्चर' का नाम दिया गया है। अब आगे की बात करते हैं। ऐसा नहीं है कि इस गन कल्चर पर नकेल कसने के लिए कभी कदम नहीं उठाए गए। इसे रोकने के लिए जून 2022 में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बिल पर दस्तखत भी किए थे। इस कानून में बंदूक खरीदारों के रिकॉर्ड चेक करने, हथियार वापस लेने और कई अन्य कार्यक्रम चलाने की योजना बनाई गई थी। हालांकि, हालात नहीं बदले हैं।
कैसे आम लोगों की पहुंच में हैं हथियार
गौर करने वाली बात यह भी है कि, अमेरिका में बंदूक से होने वाली हिंसा सबसे गंभीर और बड़ी परेशानी है। यहां गन कल्चर से संबंधित हिंसा के मामले बेहद आम और काफी अधिक हैं। साल 1791 में अमेरिका के संविधान में दूसरा संशोधन लागू हुआ था, इसके तहत अमेरिकी नागरिकों को हथियार रखने के अधिकार दिए गए थे। तब से ही हथियार खरीदना बेहद आसान हो गया है और बड़ी आसानी से आम लोगों की पहुंच हथियारों तक हो गई है।
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