भारत की अग्रणी एयरलाइन इंडिगो ने कैलेंडर वर्ष 2025 को अपने वैश्विक विस्तार के लिहाज़ से एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में पूरा किया है। तेज़ अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क विस्तार, लॉन्ग-हॉल उड़ानों की शुरुआत और लगातार बढ़ती यात्री संख्या के दम पर इंडिगो अब एक प्रमुख वैश्विक एयरलाइन बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रही है।बुधवार को एयरलाइन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स ने कहा कि तेज नेटवर्क विस्तार के एक वर्ष के बाद इंडिगो अब अपनी दीर्घकालिक रणनीति के अगले चरण में प्रवेश कर चुकी है। उन्होंने कहा कि इंडिगो अब केवल घरेलू बाजार तक सीमित नहीं रही, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान मजबूत कर चुकी है।
दुनिया की शीर्ष 10 एयरलाइनों में शामिल
इंडिगो अपनी मूल ग्राहक प्रतिबद्धताओं समय पर उड़ान, किफायती किराया, सहज और परेशानी-रहित सेवा तथा सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के आधार पर वर्ष 2025 में 12.3 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा देने की उम्मीद कर रही है। यह आंकड़ा 2024 की तुलना में एक करोड़ से अधिक है, जिससे इंडिगो यात्री संख्या के आधार पर दुनिया की शीर्ष 10 एयरलाइनों में शामिल हो गई है।
ऑपरेशनल चुनौतियां और तेज़ बहाली
हालांकि वर्ष 2025 में इंडिगो को परिचालन स्तर पर चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। 3 से 5 दिसंबर 2025 के बीच एयरलाइन को बड़े पैमाने पर ऑपरेशनल व्यवधान झेलना पड़ा, जिससे नेटवर्क भर में यात्रियों को असुविधा हुई। एयरलाइन ने इसके लिए खेद जताया और कम समय में परिचालन को सामान्य स्थिति में बहाल कर लिया। फिलहाल इंडिगो अपनी प्रक्रियाओं और ऑपरेशनल मजबूती को और सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस घटना की समीक्षा कर रही नियामक समिति के साथ पूर्ण सहयोग कर रही है।
वैश्विक मंच पर भारत और इंडिगो
वर्ष 2025 भारतीय विमानन के लिए भी ऐतिहासिक रहा। इंडिगो ने दिल्ली में IATA की वार्षिक आम बैठक (AGM) की मेजबानी की, जिसमें दुनिया भर के विमानन उद्योग के दिग्गज शामिल हुए। इस आयोजन ने वैश्विक विमानन क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका को प्रमुखता से सामने रखा।
लॉन्ग-हॉल उड़ानों में ऐतिहासिक कदम
अपनी अंतरराष्ट्रीय रणनीति के तहत इंडिगो ने 2025 में लंबी दूरी की उड़ानों के क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रवेश किया। एयरलाइन ने भारत से मैनचेस्टर और एम्स्टर्डम के लिए नॉन-स्टॉप सेवाएं शुरू कीं, इसके बाद कोपेनहेगन और लंदन के लिए भी उड़ानों की शुरुआत की गई। पूरे वर्ष के दौरान इंडिगो ने 10 नए अंतरराष्ट्रीय गंतव्य और 30 नए अंतरराष्ट्रीय रूट्स जोड़े, जिससे वैश्विक कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय इज़ाफा हुआ।लॉन्ग-हॉल सेवाएं बोइंग 787-9 वाइड-बॉडी विमानों के माध्यम से शुरू की गईं, जिन्हें नॉर्स अटलांटिक एयरवेज के साथ साझेदारी में संचालित किया गया। इसे इंडिगो की ऑपरेशनल रणनीति में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है। इसके साथ ही, चुनिंदा लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में मुफ्त गर्म भोजन की सुविधा शुरू कर एयरलाइन ने अपने उत्पाद अनुभव को भी बेहतर बनाया।
अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का विस्तार
इंडिगो ने अपने वैश्विक नेटवर्क में सेशेल्स, क्राबी, मदीना, फुजैराह और सिएम रीप जैसे नए अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ा। इसके अलावा, भारत और चीन के बीच हवाई संपर्क बहाल करने में भी एयरलाइन ने अहम भूमिका निभाई और कोलकाता तथा दिल्ली से ग्वांगझोउ के लिए उड़ान सेवाएं फिर से शुरू कीं।आगे की योजना के तहत इंडिगो 23 जनवरी 2026 से एथेंस के लिए नॉन-स्टॉप उड़ानें शुरू करेगी। यह भारत के पहले एयरबस A321XLR विमान की अंतरराष्ट्रीय शुरुआत होगी, जिससे मध्यम और लंबी दूरी के नए बाजार खुलने की उम्मीद है।
घरेलू नेटवर्क बना रणनीति की रीढ़
तेज़ अंतरराष्ट्रीय विस्तार के बावजूद, घरेलू बाजार इंडिगो की रणनीति का मुख्य आधार बना रहा। वर्ष 2025 में एयरलाइन ने नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लॉन्च कैरियर के रूप में परिचालन शुरू किया। इसके साथ ही पूर्णिया और रीवा जैसे नए हवाई अड्डों से भी उड़ान सेवाएं शुरू की गईं। हिंदन, आदमपुर (जालंधर), किशनगढ़ और बीकानेर को घरेलू नेटवर्क में शामिल किया गया है, जबकि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) से परिचालन शुरू करने की तैयारियां जारी हैं।वर्ष 2025 के अंत तक इंडिगो का नेटवर्क बढ़कर कुल 139 गंतव्यों तक पहुंच गया है, जिसमें 97 घरेलू और 42 अंतरराष्ट्रीय गंतव्य शामिल हैं।
फ्लीट, उत्पाद और साझेदारियां
इंडिगो ने अपनी दीर्घकालिक फ्लीट रणनीति को मजबूत करते हुए एयरबस A350-900 वाइड-बॉडी विमानों के ऑर्डर को बढ़ाकर 60 कर दिया है। यह भारत से बढ़ती अंतरराष्ट्रीय मांग में एयरलाइन के भरोसे को दर्शाता है। डुअल-क्लास केबिन उत्पाद ‘इंडिगो स्ट्रेच’ को एक वर्ष पूरा हो चुका है और यह अब 42 विमानों पर प्रमुख रूट्स पर उपलब्ध है। वहीं, लॉयल्टी प्रोग्राम ‘ब्लूचिप’ के सदस्यों की संख्या 90 लाख से अधिक हो गई है।वैश्विक विस्तार को और मजबूती देने के लिए इंडिगो ने कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों के साथ कोडशेयर साझेदारियों का विस्तार किया है, जिससे उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया में निर्बाध कनेक्टिविटी संभव हो सकी है।
संचालन का पैमाना और उपलब्धियां
वर्ष 2025 में इंडिगो ने औसतन प्रतिदिन 2,200 से अधिक उड़ानों का संचालन किया और हर तीन दिन में 10 लाख से ज्यादा यात्रियों को सेवा दी। एयरलाइन द्वारा 55,000 टन से अधिक कार्गो परिवहन किए जाने की भी उम्मीद है। अधिकांश वर्ष के दौरान इंडिगो ने उद्योग में अग्रणी ऑन-टाइम परफॉर्मेंस बनाए रखी।इसके अलावा, इंडिगो ने बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट (BIAL) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत विश्वस्तरीय मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (MRO) इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। यह पहल भारत को आत्मनिर्भर विमानन इकोसिस्टम की दिशा में आगे बढ़ाने में सहायक होगी।इंडिगो को स्काईट्रैक्स वर्ल्ड एयरलाइन अवॉर्ड्स में भारत और दक्षिण एशिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन का खिताब मिला है। वहीं, 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के वार्षिक राजस्व के साथ यह एयरलाइन दुनिया की शीर्ष 20 एयरलाइनों में अपनी जगह बना चुकी है।
2026 की ओर बढ़ता कदम
वर्ष 2026 में प्रवेश करते हुए इंडिगो अपने बेड़े में एयरबस A321XLR विमानों को शामिल करने, अंतरराष्ट्रीय परिचालन का और विस्तार करने तथा घरेलू नेटवर्क को और सघन बनाने की दिशा में काम कर रही है। वर्ष 2025 से मिली सीख के साथ एयरलाइन अब अपने वैश्विक विकास की अगली छलांग के लिए पूरी तरह तैयार नजर आ रही है।
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