भारत में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता को लेकर कई बार चर्चाएं हुई हैं लेकिन इसके लिए बजट में बदलाव की जरूरत है। भारतीय उद्योग परिसंघ ने हाल ही में यह बताया कि भारत को शिक्षा पर अपने खर्च को तत्काल बढ़ाकर जीडीपी का 6% करना चाहिए। CII का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से शिक्षा पर खर्च में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है और यह 2.7% से 2.9% तक स्थिर रहा है। वहीं ज्यादातर विकसित देशों का शिक्षा पर खर्च जीडीपी के 5 से 7% के बीच होता है जो भारत से कहीं अधिक है।
वहीं CII की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए और अधिक निवेश की आवश्यकता है। रिपोर्ट में यह साफ तौर पर देखा गया है कि भारत का शिक्षा खर्च वैश्विक मानकों से काफी पीछे है। CII ने इस पर नाराजगी जताई है और यह भी बताया कि भारत को तुरंत अपने शिक्षा बजट को बढ़ाकर इसे वैश्विक मानकों के अनुरूप लाना चाहिए।
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता को लेकर कई बार चर्चाएं हुई हैं लेकिन इसके लिए बजट में बदलाव की जरूरत है। भारतीय उद्योग परिसंघ ने हाल ही में यह बताया कि भारत को शिक्षा पर अपने खर्च को तत्काल बढ़ाकर जीडीपी का 6% करना चाहिए।
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