नई दिल्ली, सरकार ने कहा कि कंपनियों ने अक्टूबर, 2024 तक विशेष इस्पात के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत 17,581 करोड़ रुपये का निवेश किया है। सरकार ने देश में ‘विशेष इस्पात’ के उत्पादन को प्रोत्साहित करने और पूंजी निवेश आकर्षित करके आयात कम करने के मकसद से इस क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना शुरू की है।
इस्पात मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘कंपनियां अक्टूबर, 2024 तक 17,581 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी हैं। इससे 8,660 से अधिक रोजगार सृजित हुए हैं।’’ योजना में भाग लेने वाली कंपनियों ने 27,106 करोड़ रुपये के निवेश, 14,760 के प्रत्यक्ष रोजगार और योजना में पहचाने गए 79 लाख टन ‘विशेष इस्पात’ के अनुमानित उत्पादन के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
मंत्रालय ने पहले कहा था कि इस्पात क्षेत्र में निवेश की अवधि लंबी होती है। यह विभिन्न उपकरणों की खरीद जैसे तत्वों पर निर्भर करता है। इनमें से कई उपकरण विदेशों से लिए जाते हैं।परियोजनाओं में अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण होने वाली देरी में वैश्विक मुद्दे, अप्रत्याशित घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं और बदले हुए बाजार आदि के कारण आपूर्ति श्रृंखला में देरी शामिल है।
सरकार ने कहा कि कंपनियों ने अक्टूबर, 2024 तक विशेष इस्पात के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत 17,581 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
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