प्रदेश में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 30 जून से पूरे छत्तीसगढ़ में बारिश की तीव्रता और वितरण में और तेजी आने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है। जांजगीर-चांपा और बलौदाबाजार जिलों के कुछ इलाकों में भारी वर्षा दर्ज की गई, जबकि अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
बिलासपुर में सबसे ज्यादा तापमान दर्ज
बलौदा में सर्वाधिक 9 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई, वहीं सोनाखान में 8 सेमी, तिल्दा में 5 सेमी और माना-रायपुर एपी, धरसींवा, बोरई, खरोरा, खैरागढ़ और रायपुर हर में 4-4 सेमी बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस बिलासपुर में रहा, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस राजनांदगांव में दर्ज किया गया।
बना हुआ सिस्टम
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल क्षेत्र में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटों के भीतर बंगाल की खाड़ी के उत्तर भाग में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा। साथ ही एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ होते हुए मध्यप्रदेश की ओर जा रही है, जिससे क्षेत्र में बारिश की गतिविधियों में और तेजी आ सकती है।
जारी की गई चेतावनी
प्रदेश के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश के साथ वज्रपात और तेज गर्जना की संभावना जताई गई है। लोगों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। राजधानी रायपुर में 29 जून को आकाश सामान्यतः मेघमय रहने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर मेघगर्जन हो सकता है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की आशंका है। साथ ही वज्रपात और तेज गर्जना की भी चेतावनी जारी की गई है।
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