जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद का समर्थन करने वाले कट्टरपंथी गुट हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का गेम ओवर हो चुका है। हुर्रियत से जुड़े अलगाववादी संगठन एक के बाद इससे नाता तोड़ रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बीच जम्मू कश्मीर इस्लामिक पॉलिटिकल पार्टी, जम्मू एंड कश्मीर मुस्लिम डेमोक्रेटिक लीग और कश्मीर फ्रीडम फ्रंट ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से रिश्ता तोड़ने का ऐलान किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि पीएम नरेन्द्र मोदी का एकजुट और शक्तिशाली भारत का दृष्टिकोण आज और भी मजबूत हो गया है, क्योंकि अब तक 11 ऐसे संगठन हुर्रियत छोड़कर भारत के संविधान में आस्था जाहिर कर चुके हैं।
तीन दशक बाद जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है। कट्टरपंथी गुट हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से जुड़े अलगाववादी संगठन बारी-बारी उससे रिश्ता तोड़ रहे हैं। भारत के लिए आग उलगने वाले हुर्रियत नेताओं ने राजनीति से दूरी बना रखी है।
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