लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पारित होने के बाद देशभर में खुशी की लहर है। इसी क्रम में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) ने इस विधेयक को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू, JPC चेयरमैन जगदंबिका पाल और मंच के हजारों कार्यकर्ताओं के प्रयासों को सलाम किया है।
वे इस ऐतिहासिक क्षण को हर्ष और उल्लास से मनाएं
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) के राष्ट्रीय संयोजक एवं राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने मुस्लिम समाज से अपील की है कि, वे इस ऐतिहासिक क्षण को हर्ष और उल्लास से मनाएं। यह कानून किसी मजहब या पंथ के खिलाफ नहीं है, बल्कि पारदर्शिता, न्याय और विकास का प्रतीक है। यह यतीमों, विधवाओं, गरीबों और जरूरतमंदों को उनका अधिकार दिलाने वाला कानून है।
पीएम का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाना चाहिए
वहीं आगे मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अपने इस बयान में देशवासियों से अपील की है कि, देश को तोड़ने, लड़ाने, भड़काने और बहकाने वाली विकृत मानसिकता वाले दलों और संगठनों से सचेत रहें। उन्होंने कहा है कि, भारत को अंग्रेजों से आजादी 1947 में मिली लेकिन वक्फ को माफियाओं और भूमि जेहादियों से आजादी आज मिली है। इस दिन और पीएम मोदी का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाना चाहिए।
मुसलमान डर, भ्रम और कट्टरता से बाहर निकलें
इसके साथ ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने आगे कहा है कि, यह कानून मुस्लिम समाज को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल जैसी तथाकथित मुस्लिम हितैषी पार्टियों की सियासी गुलामी से भी मुक्त करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि, अब समय आ गया है कि मुसलमान डर, भ्रम और कट्टरता से बाहर निकलें और विकास के साथ आगे बढ़ें।
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