क्रिकेट के भगवान और महान भारतीय क्रिकेट दिग्गज मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने शानदार करियर में इतने कीर्तिमान बनाए हैं जिनकी गिनती करना मुश्किल है। सचिन ने जब तक क्रिकेट खेला तब तक विपक्षी टीमें उनको आउट करने के लिए विशेष योजना बनाती थीं। मास्टर-ब्लास्टर के मुरीदों में भारत के सबसे कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाड़ी भी शामिल हैं।
पाक के पूर्व बल्लेबाज का बड़ा खुलासा
1990 के दशक में भारतीय बल्लेबाजी टीम मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पर इतनी निर्भर होती थी कि, सचिन का विकेट ही जीत और हार के बीच निर्णायक और महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था। वहीं 1990 के दशक में विपक्षी टीमें ये मानकर चलती थीं कि, पारी की शुरुआत करने आए सचिन को आउट कर लिया तो मैच आधा मुट्ठी में आ गया। हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली बता रहे हैं कि, 1990 के दशक में पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में सचिन को क्या जगह हासिल थी।
पाक टीम सचिन से डरती थी
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली कहते हैं कि, वह (सचिन तेंदुलकर) शीर्ष क्रम के बल्लेबाज थे और मैं मध्य क्रम का बल्लेबाज था। इसलिए हम उनकी बल्लेबाजी देखते थे। हमारी टीम की बैठकों में उस समय हमारे कप्तान वसीम अकरम हर जगह कहते थे, यहां तक कि, अभ्यास और भोजन के दौरान भी कि सचिन को आउट करो और हम मैच जीत जाएंगे। बासित ने अपने इस बयान में आगे यह कहा कि, जैसे ही सचिन आउट होते थे तो पाकिस्तान मैच जीत जाता था। भले ही टीम में अज़हरुद्दीन थे लेकिन हम अज़हरुद्दीन से नहीं डरते थे, लेकिन सचिन तेंदुलकर से ज़रूर डरते थे।
पाक के खिलाफ सचिन का कैरियर
आपको बता दें कि, पाकिस्तान टीम के खिलाफ 18 टेस्ट मैचों में महान भारतीय क्रिकेट दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 42.28 की औसत से 1057 रन बनाए। इसमें 2 शतक और नाबाद 194 रन का उच्चतम स्कोर शामिल था। वहीं पाकिस्तान के खिलाफ 69 एकदिवसीय मैचों में तेंदुलकर ने 40.09 की औसत और 87.49 की स्ट्राइक रेट से 2526 रन बनाए। इसमें 5 शतक और 141 का उच्चतम स्कोर था। वहीं साल 2003 के वनडे विश्वकप मैच में सचिन ने सेंचुरियन में पाकिस्तान के खिलाफ जो 98 रन की पारी खेली थी उसे आज भी दोनों देशों में याद किया जाता था।
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