केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत की प्राथमिकता अपने प्रभुत्व को स्थापित करना नहीं, बल्कि अपने वैश्विक प्रभाव को बढ़ाना है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि आज अमेरिका हो या चीन, कोई भी देश भारत को नजरअंदाज नहीं कर सकता। सीतारमण ने यह टिप्पणी सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट द्वारा आयोजित "ब्रेटन वुड्स एट 80: प्रायोरिटीज फॉर द नेक्स्ट डेकेड" सम्मेलन में की।
उन्होंने कहा, "भारत का लक्ष्य यह दिखाना नहीं है कि हम सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हैं या हमारी जनसंख्या सबसे अधिक है, बल्कि हमारा मुख्य उद्देश्य अपने प्रभाव को बढ़ाना है।" सीतारमण ने यह भी कहा कि दुनिया की लगभग हर छह में से एक व्यक्ति भारतीय है और "आप हमारी अर्थव्यवस्था और इसकी वृद्धि को नजरअंदाज नहीं कर सकते।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत मार्गदर्शक भूमिका में है, तो उन्होंने प्रौद्योगिकी में देश की अग्रणी स्थिति की ओर इशारा किया और कहा कि भारतीयों के पास जटिल कॉरपोरेट व्यवस्था को संचालित करने की क्षमता है। उन्होंने जोर देकर कहा, "कोई भी देश, चाहे वह अमेरिका जैसा दूरस्थ हो या चीन जैसा पड़ोसी, हमें अनदेखा नहीं कर सकता।"
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत की प्राथमिकता अपने प्रभुत्व को स्थापित करना नहीं, बल्कि अपने वैश्विक प्रभाव को बढ़ाना है।
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