अदियामन, तुर्किये: तुर्किये और सीरिया (Turkiye Syria Earthquake) में गुरूवार को भीषण भूकंप के बाद तापमान के नीचे गिरने से स्थिति और भी खराब हो गई है। भीषण ठंड के बीच लोगों को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि भूकंप से अब तक करीब 21,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बचाव कर्मी उन अनगिनत लोगों को बचाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं जो अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। मलबा हच जाने के बाद ये मौत आंकड़ा और भी बढ़ जाएगा। तु्र्किये की जनता राष्ट्रपति के खिलाफ आक्रोश दिखा रही हैं।
'वोट मांगने यहां मत आना'
सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या अब तेजी से बढ़ रही है। वहीं, दूसरी तरफ तुर्किये (Turkiye Syria Earthquake) के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को तुर्किये के लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। इस समय तुर्किये सबसे खराब आपदा का सामना कर रहा है। वहीं, गु्स्साएं लोगों ने राष्ट्रपति को संदेश दिया कि 'वोट मांगने यहां मत आना'।
तुर्किये को हुआ इतना नुकसान
अमेरिकन क्रेडिट रेटिंग कंपनी फिच (FITCH) और टर्किश ह्यूमैनिटेरियन रिलीफ ऑर्गनाइजेशन IHH के डेटा के अनुसार तुर्किये में आए भूकंप से 4 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है।
क्रंच चुनाव कराने का रखा प्रस्ताव
बता दें कि तुर्किये नेता ने 14 मई को एक क्रंच चुनाव कराने का प्रस्ताव दिया है जो 2028 तक उनकी इस्लामिक धर्म में आस्था में विश्वास रखने वाली सरकार को सत्ता में बनाए रख सकता है।
तीन महीने के आपातकाल की घोषणा
एर्दोगन ने भूकंप प्रभावित 10 प्रांतों में तीन महीने के लिए आपातकाल की घोषणा की है। इस क्षेत्र में अभी भी मृतकों की खुदाई का काम चल रहा है और कई लोग सड़कों पर या अपनी कारों में रहने के लिए मजबूर हैं। इसलिए इस समय यहां चुनाव प्रचार का तो सवाल ही नहीं उठता है। लेकिन एक राजनीतिक आयाम भी है जो एर्दोगन के लिए बेहद व्यक्तिगत है।
अमेरिका करेगा आर्थिक मदद
तुर्किये में आए भूकंप के चलते अमेरिका ने भी तुर्किये को आर्थिक मदद देने का फैसला किया है। अमेरिका ने गुरुवार को आपातकालीन राहत के तहत तुर्किये के लिए 85 मिलियन डॅालर पैकेज की घोषणा की है। अमेरिकी एजेंसी ने जानकारी दी कि भोजन, आश्रय और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से लाखों लोगों के लिए तत्काल आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए पैसे भेजे जाएंगे। लोगों को पेयजल और स्वच्छता प्रदान करने के लिए फंडिंग की जा रही है।
पिछले साल भी आया था भयानक आर्थिक संकट
पिछले साल भयानक आर्थिक संकट से जूझने के बाद, तुर्किये के राष्ट्रपति एक बार फिर से आगे बढ़ रहे थे। लेकिन इस दौरान आए भूकंप ने गहरा असर डाला है। तानरिवर्दी एर्दोगन के लिए उस प्रांत में एक बुरा संकेत है जहां उन्होंने 2018 में पिछले चुनाव में अपने धर्मनिरपेक्ष विपक्षी प्रतिद्वंद्वी को बड़ी आसानी से हरा दिया था।
सरकार को शर्म आनी चाहिए- स्थानीय
तानरिवर्दी ने सरकार की भूकंप प्रतिक्रिया के बारे में कहा, हमें गहरा दुख हुआ कि किसी ने हमारा समर्थन नहीं किया। भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित अदियामन प्रांत में तानरिवर्दी की शिकायतें बहुत आम हैं। आदियामन निवासी मेहमत यिल्डिरिम ने कहा, 'भूकंप के दूसरे दिन दोपहर 2 बजे तक मैंने घटनास्थल पर किसी को भी नहीं देखा।' उन्होंने आगे कहा कि 'कोई सरकार नहीं, कोई राज्य नहीं, कोई पुलिस नहीं, कोई सैनिक नहीं। शर्म आनी चाहिए! आपने हमें हमारे हाल पर छोड़ दिया।'
तुर्किये के राष्ट्रपति ने स्वीकार की गलतियां
वहीं, लोगों में लगातार गुस्सा देखने के बाद तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने बुधवार को आपदा से निपटने में सरकार की "कमियों" को भी स्वीकार किया। लेकिन इस आपदा के बाद भी वह एक बार फिर से लड़ रहे हैं। तुर्किये के राष्ट्रपति ने मंगलवार को अंकारा में एक बचाव प्रतिक्रिया बैठक (rescue response meeting) का नेतृत्व किया और अगले दो दिनों तक तबाह हुए शहरों का दौरा भी किया।
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