देश समेत प्रदेशभर में आज महाष्टमी मनाई जा रही है। आज भगवती जगदंबा के महागौरी स्वरूप की पूजा हो रही है। प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई है। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ भी शनिवार सुबह मां पाटेश्वरी देवी मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने पूजा-अर्चाना की. इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से मुलाकात की।
बता दें कि आज अष्टमी पर घर-घर में कन्या पूजन किया जाएगा। वहीं कल धूमधाम से श्रीराम नवमी मनाई जाएगी। अष्टमी तिथि 4 अप्रैल की रात 8:12 मिनट से शुरू होकर 5 अप्रैल की शाम 7:26 तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार अष्टमी तिथि 5 अप्रैल को ही मनाई जा रही है। अष्टमी को व्रत का समापन करने वाले भक्त आज ही कन्या पूजन करेंगे। अभिजित मुहूर्त सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक रहेगा। अष्टमी कन्या पूजन के लिए यह तीनों मुहूर्त शुभ रहेंगे।
महागौरी स्वरूप की पूजा
बता दें कि अष्टमी में मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाती है। नवरात्रि में सभी तिथियों को एक-एक और अष्टमी या नवमी को नौ कन्याओं की पूजा होती है। दो वर्ष की कन्या (कुमारी) के पूजन से दुख और दरिद्रता मां दूर करती हैं। तीन वर्ष की कन्या त्रिमूर्ति रूप में मानी जाती है। त्रिमूर्ति कन्या के पूजन से धन-धान्य आता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। चार वर्ष की कन्या को कल्याणी माना जाता है। इसकी पूजा से परिवार का कल्याण होता है। जबकि पांच वर्ष की कन्या रोहिणी कहलाती है। रोहिणी को पूजने से व्यक्ति रोगमुक्त हो जाता है।छह वर्ष की कन्या को कालिका रूप कहा गया है।
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