जब से रुस ने यूक्रेन पर हमला किया है दुनिया इस देश के साथ एकजुटता से खड़ी हुई है। कई व्यक्ति और संगठन यूक्रेन के लिए चंदा इकठ्ठा करने के लिए एक साथ आए। युद्ध के परिणामस्वरुप लाखों लोग विस्थापित हुए और दूसरे देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हैं। पीड़ितों के सहायता प्रदान करते हुए एक 15 साल के भारतीय लड़के ने अब पड़ोसी देशों में यूक्रेनी शरणार्थियों को जोड़ने में मदद करने के लिए एक ऐप डेवलप किया है।
महज दो हफ्तों में ऐप तैयार किया
तेजस रविशंकर के रुप में पहचाना जाने वाले युवा लड़का सिकोइया इंडिया के प्रबंध निदेशक जीवी रविशंकर का बेटा है। सॉफ्टवेयर डेवलपर तेजस ने महज दो हफ्तों में ऐप तैयार कर लिया। तेजस ने गुरुवार को गूगल प्लेस्टोर पर ऐप का लिंक ट्वीट किया और लिखा कि, Refuge की शुरुआत- यूक्रेन में अपने घरों से विस्थापित लोगों की मदद करने के लिए। Refuge वह जगह है जहां सहायता की पेशकश करने वाले उन लोगों से जुड़ते हैं जिन्हें सहायता की जरुरत होती है। कृपया इस शब्द को वायरल करने के लिए रीट्वीट करें।
Refuge ऐप की खासियत-
- शरणार्थियों के लिए निकटतम सहायता स्थान खोजने के लिए ऐप में पूरी दुनिया का नक्शा है।
- नेशनल आईडी- बेस्ड वेरिफिकेशन सुविधाएं, भोजन, रहने के लिए सुरक्षित स्थान और दवाओं जैसी आवश्यकताओं को पूरा करन के लिए एक सूची तैयार की गई है।
- कोई भी जरुरतमंद इंसान केवल दो क्लिक में आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकता है औप ऐप 12 से ज्यादा भाषाों में अनुवाद भी करता है।
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पिता ने की तारीफ
तेजस के पिता जीवी रविशंकर ने ट्विटर पर अपनी उपलब्धि साझा की और अपने बेटे की सफलता की प्रशंसा की। उन्होनें लिखा, युवाी पीढ़ी को और ताकत! वे बहस वहीं बल्कि कार्यवाही करने पर विश्वास रखते हैं। ऐसे ही बढ़ते रहो @XtremeDevX।
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