Karnataka - शादी नहीं होने के कारण 200 कुंवारे युवक पदयात्रा निकालने जा रहे हैं। यह पूरा मामला मांड्या जिले का है (Karnataka) । यहां के युवा एमएम हिल्स मंदिर के लिए एक अनूठी पदयात्रा करेंगे। आपको बता दें कि, यहां के पुरुषों को दुल्हन खोजने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब कुंवारों के जरिए यह यात्रा निकाली जा रही है। जानकारी के अनुसार जो लड़के किसानी से संबंधित काम करते हैं, उन्हें शादी में ज्यादा दिक्कतें हो रही हैं। वहीं इस मामले पर महिला किसान नेता ने बताया कि, यह जिला कभी कन्या भ्रूण हत्या के लिए कुख्यात था और आज हम इसकी कीमत चुका रहे हैं।
यात्रा में 30 साल तक के कुंवारे लेंगे हिस्सा - Karnataka
जानकारी के अनुसार, कुंवारों की इस पदयात्रा में लगभग ऐसे 200 युवा शामिल होंगे, जिनकी उम्र 30 साल से ज्यादा है। ये सभी युवा 'ब्रह्मचारीगल' नामक इस पदयात्रा में शामिल होंगे। अब इस पदयात्रा का एमएम हिल्स मंदिर गवाह बनेगा। यात्रा के आयोजकों ने बताया कि, 'बेंगलुरु, मैसूरु, मांड्या और शिवमोग्गा जिले के अविवाहित पुरुषों के अलावा कई स्थानीय युवाओं ने अब तक पंजीकरण कराया है। आयोजकों ने यह भी बताया कि, इस यात्रा का मकसद अविवाहित पुरुषों को अपने मानसिक आघात से बाहर निकालना है।
23 फरवरी से शुरू होगी यात्रा
आपको बता दें कि, शादी नहीं होने से परेशान इन कुंवारों की यात्रा 23 फरवरी से शुरू होगी। यह अनुठी यह पदयात्रा मद्दुर तालुक के केएम डोड्डी गांव से शुरू होगी। आपको बता दें कि, इस दौरान पदयात्री 3 दिन में 105 किमी की दूरी तय कर 25 फरवरी को एमएम हिल्स पहुंचेंगी। यात्रियों को भोजन और आवास प्रदान किया जाएगा। इस यात्रा में सिर्फ 30 वर्ष से अधिक आयु के अविवाहित पुरुषों को भाग लेने की अनुमति होगी।
कुंवारे मानसिक आघात का सामना करते हैं
आयोजक ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि, यात्रा का आयोजन उन युवाओं को प्रेरित करने के लिए किया जाता है जो एक उपयुक्त दुल्हन खोजने में असमर्थ हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि, जो युवक कुंवारे होते है वो बहुत मानसिक आघात का सामना करते हैं। हम उन्हें प्रेरित करना चाहते थे। हम यात्रियों से कुछ भी एकत्र नहीं कर रहे हैं।
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