गर्मी का मौसम खत्म होने के बाद अब देशभर में मानसून की शुरुआत हो गई है। गर्मी के मौसम में हमने AC का आनंद काफी लिया है बल्कि बारिश के मौसम में भी उमस से बचने के लिए कई लोग AC का प्रयाग कर रहें है.. बल्कि ये कहें की कुछ लोगों को तो जैसे AC की आदत सी हो जाती है।एसी की ठंडी हवा में सोने का अपना अलग ही मजा होता है। इससे भले ही सुकून की नींद आती है लेकिन क्या आपको पता है यहीं आनंद आपके लिए कई बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है।
AC से होने वाले नुकसान -
इम्यून सिस्टम कमजोर
रातभर में एसी की हवा में सोने की वजह से रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ठंडी हवा हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती है, जिससे वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन से लड़ने की हमारे शरीर की क्षतमा कम हो जाती है और हम आसानी से बीमार हो सकते हैं।
ड्राई आईज और स्किन
एसी की ठंडी हवा में सोने की वजह से सिर्फ सेहत ही नहीं, त्वचा पर भी बुरा असर पड़ता है। दरअसल, एसी चालू करके सोने से वातावरण में नमी कम हो जाती है, जिससे स्किन और आंखें ड्राई हो सकती हैं। स्किन की नमी भी छीन सकती है, जिससे ड्राईनेस, खुजली आदि हो सकती है। साथ ही आंखें भी इससे ड्राई हो सकती है, जिससे आंखों में जलन, लालिमा, खुजली और ब्लर विजन हो सकती है।
रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याएं
अगर आप भी उन लोगों में से एक है, जो रातभर एसी की हवा में सोते हैं, तो इससे आपको रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर उन लोगों को, जो ठंडी हवा के प्रति सेंसिटिव है या जिन्हें अस्थमा या एलर्जी जैसी रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याएं हैं। एसी से निकलने वाली ठंडी हवा रेस्पिरेटरी सिस्टम में जलन पैदा कर सकती है, जिससे खांसी, घरघराहट, सीने में जकड़न और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हो सकते हैं।
स्लीप क्वालिटी खराब होना
एसी चालू करके सोने से नींद के पैटर्न में बाधा आ सकती है और नींद क्वालिटी खराब हो सकती है, खासकर अगर तापमान बहुत ठंडा है। ठंडा तापमान रात के दौरान असुविधा और बार-बार जागने का कारण बन सकता है। इसके अलावा एसी से आने वाली आवाज भी नींद में खलल डाल सकती हैं और व्यक्ति को गहरी और सुकून की नींद लेने से रोक सकती है।
Written by - Khushi Vyas
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