मध्यप्रदेश में पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा की मरीजों को लेकर उड़ानें पिछले करीब दो महीने से थमी हुई हैं। पिछले साल जिस कंपनी को संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी, उसकी कार्य अवधि मई में पूरी हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने नई एजेंसी के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन सेवा दोबारा शुरू नहीं हो पाई है। हालांकि अब और बेहतर तरीके से सेवा शुरू करने के प्रयास हैं।
एयर एंबुलेंस सेवा से अभी तक कुल 62 मरीजों को एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से सबसे ज्यादा 19 मरीज उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के गृह जिले रीवा के हैं। गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की ऐसी तत्परता अन्य जिलों में नहीं दिखाई गई, इसलिए इस सेवा का लाभ अभी तक केवल 13 जिलों के मरीजों को ही मिल पाया है।
अब यह होगा
-एजेंसी को एक हेलीकॉप्टर और एक विमान डॉक्टर, पैरामेडिकल और पायलट के साथ उपलब्ध कराने होंगे। एंबुलेंस सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
-टेंडर में दो इंजन वाले हेलिकॉप्टर की शर्त जोड़ी गई। यह रात में भी मरीजों को एयरलिफ्ट कर सकेगा।
-सशुल्क सेवा वालों को रात की सेवा थोड़ी महंगी होगी। नई एजेंसी से तीन साल के लिए अनुबंध होगा। अच्छी सेवाएं उपलब्ध कराने पर एक साल बढ़ाया जा सकेगा।
-एंबुलेंस भोपाल में रहेंगी। मांग आने पर संबंधित जगह रवाना होगी।
-कमांड सेंटर बनाना होगा।
-आयुष्मान कार्ड धारकों को सेवा नि:शुल्क, अन्य को सशुल्क।
-हेलीकॉप्टर के लिए एक लाख 94 हजार 500 रु. प्रति घंटे (फ्लाइंग ऑवर) के मान से और फिक्स्ड विंग कनवर्टेड फ्लाइंग एम्बुलेंस के लिए एक लाख 78 हजार 900 रु. प्रति घंटे (फ्लाइंग आवर) के मान से भुगतान करना होता है। हालांकि शुल्क में बदलाव संभव है।
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