इज़राइल इस समय हमास आतंकवादियों द्वारा बड़े पैमाने पर हमलों से जूझ रहा है। इस बीच इज़राइली राजदूत नाओर गिलोन ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, उनके देश को भारत से बहुत मजबूत समर्थन की आवश्यकता होगी, क्योंकि यह (भारत) एक प्रभावशाली देश है और आतंकवाद की चुनौती को जानता है। अपने इस बयान में नाओर गिलोन ने आगे कहा कि, इजराइल इस चुनौती से खुद निपटेगा और अपराधियों को दंडित करेगा।
हमास आतंकवादियों के हमलों में 700 से अधिक इजरायली मारे गए हैं
दरअसल, शनिवार से गाजा पट्टी से जारी हमास आतंकवादियों के हमलों में 700 से अधिक इजरायली मारे गए हैं और 2,000 से अधिक घायल हो गए। वहीं फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि, इज़रायल के जवाबी हमलों में गाजा पट्टी में 300 से अधिक लोग मारे गए हैं। इस बीच इजरायल के राजदूत ने दावा किया है कि, हमलों में ईरान का हाथ है। हम हथियारों की आपूर्ति और प्रशिक्षण के बारे में निश्चित रूप से जानते हैं।
भारत विश्व में एक बहुत प्रभावशाली देश है
इज़राइली राजदूत ने आगे कहा कि, उनके देश को "हमारे भारतीय मित्रों" के बहुत मजबूत समर्थन की आवश्यकता होगी और "भारत विश्व में एक बहुत प्रभावशाली देश है, एक ऐसे देश के रूप में जो आतंकवाद को जानता है और संकट को समझता है। नाओर गिलोन ने आगे पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा कि, हमें वह करने की क्षमता दी जाए, जो हमें करने की ज़रूरत है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि, हमास अत्याचार जारी न रख पाए।
इजरायल को भारत का समर्थन आतंकवाद की समझ पर आधारित है
राजदूत गिलोन ने इस दौरान यह भी कहा कि, इस समय इजरायल को भारत का समर्थन अज्ञानता के बजाय आतंकवाद की गहरी समझ पर आधारित है। अपने बयान में उन्होंने आगे कहा कि, हमें भारत से भारी समर्थन मिला है। हम उम्मीद करते हैं कि, विश्व के सभी देश सबसे पहले सैकड़ों इजरायली नागरिकों, महिलाओं, पुरुषों, बुजुर्गों और बच्चों की अकारण हत्या और अपहरण की निंदा करेंगे। यह अस्वीकार्य है। बता दें कि, हमास के हमलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इजराइल के साथ एकजुटता व्यक्त की और ''आतंकवादी हमले'' की कड़ी निंदा की थी।
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