एक महिला के लिए मां बनना सबसे खूबसूरत अहसास है। पहले के मुकाबले अब प्रेगनेंसी के बारे में जानना बेहद आसान हो गया है। पीरियड्स मिस होते ही महिला सबसे पहले प्रेग्नेंनसी टेस्ट करती है, ताकि घर बैठे ही पता चल जाए कि वह प्रेगनेंट है या नहीं।
एक महिला के लिए मां बनना सबसे खूबसूरत अहसास है। पहले के मुकाबले अब प्रेगनेंसी के बारे में जानना बेहद आसान हो गया है। पीरियड्स मिस होते ही महिला सबसे पहले प्रेग्नेंसी टेस्ट करती है, ताकि घर बैठे ही पता चल जाए कि वह प्रेगनेंट है या नहीं। हालांकि बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी टेस्ट करने का सही समय और तरीका नहीं जानती हैं।
कब करना चाहिए प्रेगनेंसी टेस्ट
आमतौर पर आप अपने मासिक धर्म की तारीख मिस होने के 1 सप्ताह बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं। इस समय तक शरीर में ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) हार्मोन का स्तर पर्याप्त हो जाता है, जिसे टेस्ट किट आसानी से पहचान सकती है।अगर आपको पीरियड्स मिस होने के 1-2 दिन बाद ही टेस्ट करने की जल्दी है तो आपको पहले यूरिन का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि इसमें hCG का स्तर ज्यादा होता है। हालांकि, जल्दी टेस्ट करने से फॉल्स नेगेटिव परिणाम आने की संभावना भी हो सकती है।
कैसे करना चाहिए प्रेगनेंसी टेस्ट
प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए आपको बाजार में उपलब्ध होम प्रेगनेंसी टेस्ट किट का इस्तेमाल करना चाहिए। टेस्ट किट में दिए गए निर्देशों के अनुसार यूरिन के सैंपल को किट पर डालें। कुछ मिनटों के अंदर किट पर लाइनें दिखाई देंगी। दो लाइनें प्रेगनेंसी पॉजिटिव दर्शाती हैं, जबकि एक लाइन नेगेटिव।सुबह का पहला यूरिन hCG हार्मोन के अधिकतम स्तर को दर्शाता है, जिससे टेस्ट के परिणाम अधिक सटीक हो सकते हैं।टेस्ट करते समय स्वच्छता का ध्यान रखें और किट को सही तरीके से इस्तेमाल करें।
इन कारणों से भी मिस हो सकते हैं पीरियड्स
पीरियड्स मिस होने का कारण सिर्फ प्रेगनेंसी ही नहीं होता, बल्कि कई और भी कारण हो सकते हैं।अत्यधिक मानसिक तनाव आपके हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकता है, जिससे पीरियड्स देरी से या मिस हो सकते हैं। अत्यधिक वजन कम करने या बहुत अधिक वजन बढ़ने से भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। पीसीओएस एक सामान्य हार्मोनल विकार है, जिसमें अंडाशय में सिस्ट बन जाते हैं और पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।
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